28 अगस्त 2012

कम उम्र के युवाओं में बढ़ रही है अपराध की प्रवृति

सहरसा: मुंह में सिगरेट, शराब का शौक, लड़कियों के साथ छेड़खानी ही नहीं बल्कि अपराधिक घटनाओं को भी कम उम्र के युवा अंजाम देने लगे हैं। आईकॉम के छात्र विकास कुमार की हत्या चाकू मारकर किये जाने के पकड़ाये कम उम्र के युवाओं की बात करें तो इन्हें अपने किये पर अफसोस तो था परंतु, बदले की भावना में हत्या करने की बात को स्वीकार कर रहे थे।
पकड़े गये चार छात्रों में सभी की उम्र 15-17 वर्ष के बीच आंकी जा रही है। जबकि मृतक की उम्र भी 18 वर्ष ही था। जरा सी बात पर जिस तरह इस घटना को अंजाम दिया गया उससे यह स्पष्ट है कि युवाओं में अपराध की प्रवृति बढ़ती जा रही है। अगर इससे पूर्व की घटनाओं पर गौर करें तो लूट की मोटरसाइकिल के साथ चार छात्र को बाईपास स्थित एक लॉज से गिरफ्तार किया गया था। कुछ दिन पूर्व ही लॉज में छापामारी कर लूट मामले के आरोपी अश्विनी झा सहित अन्य को आ‌र्म्स के साथ पकड़ा गया था। चोरी के कई मामलों में कम उम्र के ही युवाओं को पकड़ा गया था। आम शहरी भी इन युवाओं की हरकत को देखकर कुछ नहीं कर पाते हैं। मोहल्लों में ऐसे अधिकांश युवा लड़कियों पर फब्तियां कसते, सिगरेट पीते देखे जाते हैं परंतु, लोग कुछ बोलने से कतराते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.