19 अगस्त 2012

जाली नोट गिरोह का भंडाफोर

सहरसा,: सदर थाना पुलिस ने जाली रुपये के साथ एक महिला समेत दो लोग को गिरफ्तार किया। दोनों के पास से 23 हजार के जाली नोट, कई सिम बरामद किया गया।

एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने बताया कि शहर के चांदनी चौक के समीप से गुरुवार की रात पूरब बाजार निवासी पुष्पा देवी व मधेपुरा जिला के घेलाढ़ निवासी संतोष यादव को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 23 हजार रुपया व मोबाइल के कई सिम बरामद हुआ है। एसपी ने बताया कि सदर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर सूर्यकांत चौबे, अनि चंदन कुमार, चंद्रकांत गौरी के नेतृत्व में पुलिस जवान सादे लिवास में घूम रही थी। ट्रेन से उतरने के बाद महिला व उसके साथी जाली नोट को खपाने के लिए बाजार आ रहे थे इसी दौरान दोनों को पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि पकड़ाये दोनों जेल में बंद जाली नोट के तस्कर कुंदन सिंह गिरोह के लिए काम करता है। महिला व संतोष के बीच पिछले पांच वर्षो से सांठगांठ है। दोनों काफी दिनों से इस धंधे में हैं। एसपी श्री सत्यार्थी ने कहा कि मामले में कुंदन सिंह को भी पुलिस रिमांड पर लेगी। इस दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अशोक कुमार दास, सदर थानाध्यक्ष सूर्यकांत चौबे, अनि चंदन कुमार, सीके गौरी सहित अन्य मौजूद थे।

 जाली नोट के साथ पकड़ी गयी पुष्पा पुलिस के समक्ष रोते हुये बस यही कह रही थी कि मेरा कोई कसूर नहीं है। मुझे तो बस रुपया लाने के लिए कुछ रुपए मिलते हैं बांकी तो उनके पुरुष सहयोगी या सरगना ले जाते हैं, महिलाओं का तो सिर्फ पैसा लाने के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है। बाद में उसे कुछ नहीं मिलता है। पुष्पा ऐसी अकेली महिला नहीं है बल्कि तस्करी के धंधे में कई महिलाएं शामिल हैं जो अपने बॉस के लिए काम करती है।

पिछले दिनों रेल पुलिस ने तीन महिलाओं को तस्करी के सामानों के साथ गिरफ्तार किया था। तीनों महिला को जेल भेजा गया था। उसने पुलिस को बताया था कि तस्करी का माल लाने व पहुंचाने तक ही वह कार्य करती हैं। पुलिस को महिला पर कम शक होने के कारण इन धंधे के सरगना जरूरतमंद महिलाओं को ऐसे धंधे से जोड़कर अपना मुनाफा कमाते हैं।

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नेपाल व बंगाल से जुड़ा है लिंक

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जाली नोट, गांजा, इलेक्ट्रोनिक्स सामान, नेपाली डालडा सहित अन्य सामान नेपाल व बंगाल के रास्ते ही बिहार में पहुंचता है। सूत्रों के अनुसार चालीस रुपए असली के बदले में सौ रुपए का नकली नोट दिया जाता है। इन रास्तों से बड़े पैमाने पर नोट अन्य शहरों में भी भेजे जाते हैं।

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जाली नोट का सक्रिय है गिरोह

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पिछले दिनों लगभग डेढ़ लाख रुपया जाली नोट के साथ चार तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये अभी जेल में ही हैं और पुलिस इनके विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाने की तैयारी कर रही है। इसी बीच सदर थानाध्यक्ष सूर्यकांत चौबे, पुअनि चंदन कुमार, अवधेश कुमार एवं महिला थानाध्यक्ष प्रमिला ने एक महिला सहित एक अन्य को गिरफ्तार कर जाली नोट के कारोबार पर अंकुश लगाने की कोशिश की। लेकिन, इस कारोबार से कई लोग अब भी जुड़े हुये हैं। सूत्र बताते हैं इसका बड़ा नेटवर्क है और काफी मात्रा में जाली नोट कोसी के इलाके में पहुंचता है।

'पुलिस ऐसे तस्करों पर पैनी नजर रख रही है। सफलता भी मिल रही है। पकड़े गये लोगों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा की जाएगी।'

अजीत कुमार सत्यार्थी एसपी, सहरसा

सहरसा, : शहर में फरवरी माह में लगभग डेढ़ लाख रुपए जाली नोट के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जबकि गुरूवार को एक महिला के साथ दो की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस इन मामलों में स्पीडी ट्रायल चलाने की अनुशंसा करेगी।

पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार सत्यार्थी ने बताया कि फरवरी माह में गिरोह के सरगना कुंदन सिंह, संजीव भगत, अशोक यादव व छोटू सिंह को सदर थाना पुलिस ने डेढ़ लाख जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार सभी आरोपी जेल में हैं और उनके विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलाने की अनुशंसा की जाएगी। उन्होंने बताया कि नेपाल व पश्चिम बंगाल के रास्ते यहां जाली नोट लाया जाता है और उसे यहां खपाया जाता है। इस गिरोह के दो लोगों के पकड़ाने के बाद दो अन्य लोगों के नामों का खुलासा हुआ है। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बरामद सिम व मोबाइल को भी खंगाला जा रहा है और उसी आधार पर पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। फिलहाल पूछताछ के बाद पकड़ायी महिला व एक अन्य को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

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