मोहब्बत की कीमत जान देकर चुकाई
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गिरफ्तार पति पत्नी |
मधेपुरा:- लड्डू यादव हत्या कांड का पुलिस ने रविवार को नवदंपति को गिरफ्तार कर पर्दाफाश करने का दावा किया है। ज्ञात हो कि 30 वर्षीय लड्डू यादव का सिर कटा हुआ शव रेलवे पटरी पर 10 जुलाई मंगलवार को गणेश नामक स्थान पर पड़ा मिला था। इस सिलसिले में थाने में पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह ने बताया कि उसकी हत्या सात जुलाई को ही कर दी गई थी। वह भी प्रेम त्रिकोण के चलते। गिरफ्तार नवदंपति नीलेश और उसकी पत्नी पूजा यादव अरार में अपने एक रिश्तेदार के घर छिपे हुए थे। जैसे ही मुखबिर से पुलिस को सूचना मिली पुलिस ने उन्हें घेर लिया। पूछताछ में नीलेश और पूजा ने स्वीकार किया कि हत्याकांड में वे दोनों शामिल थे। पति के कहने पर ही उसने कथित प्रेमी लड्डू को फोन करके बुलाया था। जिसके बाद से उसका शव मिला। सदर थानाध्यक्ष नवीन कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने धारा 302, 201 और 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। इस प्रकार देखा जाए तो पुलिस ने ठीक दो महीने बाद इस मामले का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है।
घटना के दो महीने बाद भी पुलिस युवक लड्डू के सिर का बरामद नहीं कर सकी है। पुलिस का मानना है कि संभवत: सिर को आवारा कुत्तों ने नोच खाया होगा। इसलिए वह बरामद नहीं हो सका। पुलिस कप्तान ने बताया कि वैसे इस मामले में फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
उसे क्या पता था कि प्रेम करने की कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पडे़गी। जी हां कहते हैं कि लड्डू पूजा से मोहब्बत करता था। लेकिन लड़की के परिवार वालों को उसकी मोहब्बत कबूल नहीं थी और उन्होंने आनन फानन में पूजा की शादी ग्वालपाड़ा गांव के टेमा गांव निवासी नीलेश से कर दी। लेकिन शादी के बाद पूजा और लड्डू के बीच प्रेम की डोर बंधी रही। इस बात की जानकारी होने पर पति नीलेश परेशान हो उठा। सूत्रों का कहना है कि पति की रजामंदी से पूजा ने सात जुलाई को लड्ड् को खाने पर फोन करके बुलाया था। तभी से वह लापता हो गया। इसी बीच परिजनों को सूचना मिली की गणेश स्थान पर एक युवक की सिर विहीन लाश पड़ी हुई है तो वे मौके पर पहुंचे और उसकी शिनाख्त लड्डू के रुप में कर दी।
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